पैग़ाम

डा. लक्ष्मीनारायण पांडे

वरिष्ठ सांसद

ग्राम सोनगिरी , जिला मंदसौर स्थित अज़ीम बुजुर्ग हस्ती हज़रत बाबा साहब के पास प्रतिदिन लोग कठिनाइयों और बीमारियों को लेकर आते है और बाबा साहब के आशीर्वाद से ठीक हो जाते है | सवेरे से शाम तक श्रदलुजनो का सिलसिला जारी रहता हैं |


महेंद्र सिंह कालूखेड़ा

विधायक अथवा पूर्व कृषि मंत्री मध्य प्रदेश

धर्मनिरपेक्ष भारत मे एकता की मिसाल स्थापित करने में सूफ़ी संप्रदाय का प्रमुख योगदान रहा है | हज़रत बाबा साहब द्वारा इस सन्द्र्भ किए जा रहे अत्यंत प्रशंसनिए ऐव्म अनुकरणीय हैं |


रजेन्द्र भारती

पूर्व विधायक
उज्जैन उत्तर

हमारा देश सूफ़ी संतो फकिरो की जन्मस्थल रहा है | मुझे यह जानकर आत्मीय खुशी हैं की सोनगिरी ग्राम जिला मंदसौर में हज़रत बाबा साहब रूहानी तकलीफ़ों और गंभीर बीमारियों से अपनी दुआओं से निजात दिला रहे हैं |
मेरी कामना है कि अधिक लोग बाबा साहब की उपस्थति का लाभ उठाकर राहत पाये |


अशोक गेहलोत मुख्यमंत्री
राजस्थान

हिन्दुस्तान की सरज़मीन को अनेक सूफ़ी संतों और औलियों ने नवाज़ा हैं | उन्होनें एक तरफ परवरदिगार की इबादत के ज़रिये रूहानी ताक़त अता की तो दूसरी और अमन-चैन, आपसी प्रेम, मोहब्बत और भाईचारे का पैग़ाम दिया |
यह खुशी की बात हैं कि अज़ीम बुज़ुर्ग हज़रत बबसाहब द्वारा मध्यप्रदेश के सोनगिरी क्षैत्र में प्रवास कर समाज में आपसी प्रेम, मोहब्बत, भाईचारे और अमन-चैन का पैगाम दिया जा रहा हैं |
मुझे यकीन हैं कि इस वेबसाइट की सामग्री हज़रत बाबा साहब के पैगाम और तालीम को पूरे मुल्क में फैलाने तथा इंसानियत की नसीहत देने में मददगार साबित होगी | मैं हज़रत बाबा साहब की खुशहाली, उम्रदराजी और इस वेबसाइट के माध्यम से पूरी दुनिया मे अपना पैगाम पहुँचाने की दुआ करता हूँ |


कुवर भारत सिंह कालूखेड़ा

पूर्व गृहमंत्री म.प्र. शासन

मुझे भी हज़रत बाबा साहब की सेवा मे उपस्थित होने का अवसर प्राप्त हुआ | जब ग्राम द्लोदा मे विराजमान थे , मेने भी कुछ षण आपके साथ व्यतीत किए ,मुझे काफ़ी अछा लगा व काफ़ी शांति मिली | सच्चे बुज़ुर्गो की यही वास्तविक पहचान है , मानव की नि:स्वार्थ सेवा करना ही आपके जीवन का उद्देश्य है|
प्रतिदिन जायरीन आपकी सेवा मे उपस्थित लाभान्वित होते है , आपकी दुआओ से असहाय रोगी भी साध्य हो जाते है , जो लोग मुसीबत मे अथवा बेचेन है ,एसे व्यक्ति भी आपके प्रयासो से राहत और शांति प्राप्त करते है |


अलहाज : हाफ़िज़ व क़ारी शफ़ी अहमद भूरू मियां क़ाज़ी

शहर जावरा जिला - रतलाम (म.प्र.)

मिटा दे अपनी हस्ती को अगर कुछ मर्तबा चाहे
के दाना ख़ाक में मिलकर गुलो गुलज़ार होता हैं
गुलामी में न काम आती हैं तकदीरें न तदबीरें
जो हो ज़ोके यकीं पैदा तो काट जाती हैं जंजीरें |

मैं या मेरी ज़बान इस काबिल नहीं की बुज़ुर्गों की तारीफ करूँ |
चेनिस्बत खाकरा बाआलमे पाक

यह वह हस्तियाँ हैं के अल्लाह और रसूल (स.अ.व) की मोहब्बत और इश्क़ में अपनी ज़िंदगियाँ फ़ना कर दें | यही वालियों का वह गिरोह हैं जिसका नाम लेने से बालाओं, आफ़तों और दुखों का खातिमा हो जाता हैं |

जनाब बाबा साहब जो दुनिया को छोड़ने का तरीका और शर्त हैं, पर अमल करके अपनी ज़िंदगे बसर हो रही हैं | लोग दूर दूर से आकर फायदे हासिल कर रहे हैं | अल्लाह तबारक व तआला इस आस्ताने को कायम रखें | (आमीन)

इलाही ताअदब आस्ताने बार रहे |
यह आसरा है ग़रीबों का बरक़रार रहे ||


हुमा परवीन

मैं हज़रत बाबा साहब के बारे में क्या तहरीर करूँ, मेरी यह जुर्रत सूरज को चिराग दिखाने के बराबर हैं | हज़रत बाबा साहब के फ़ैज़ों करम का अहाता कलम नहीं कर सकता, रोज़ाना दूरदराज़ से बीमार, दुखी, आसेबज़दा परेशान हाल लोग बाबा साहब के दरे अकदस पर हाज़िर होकर इनके फ़ैज़ों करम से दिली मुराद पाते हैं |
बकौल किसी शायर के -
बन्दा परवर मेरे हर ग़म का मुरव तुम हो
मुझको दुनियाँ से गरज क्या मेरी दुनियाँ तुम हो |

हज़रत बाबा साहब के फ़ैज़ो करम का सिलसिला रोज़ो शब जारी हैं | हज़रत के करम से फ़ैज़याब कुछ मोतामिद आपको करामात और फ़ैज़ व करम के वाकेआत को एक किताबी शक्ल देना चाहते हैं |

मुझे भी हुक्म मिला के मैं भी अपनी अकीदत और मोहब्बत का इज़हार तहरीरी शक्ल में हसबुल हुक्म चंद सूतूर कस की हैं |

गर क़ुबूल उफ़तद् ज़हे इज़्ज़ो शरफ़ |

 


जमुना देवी

नेता प्रतिपक्ष -म. प्र. शासन

भारत वर्ष मे जब -जब मानव समाज के सामने कठिनाइया ,परेशानियो का समय आया , तब -तब सूफ़ी सांतो ने अपनी वाणी , कर्म एव उपदेशो से मानवता को नई दिशा देकर देश मे शांति एव भाईचारे का वातावरण बनाया है| भारत वर्ष के नवनिर्माण,बोद्धिक उन्नति एव आदर्श विचार शक्ति एव सदाचरण की राह पर चलकर मानव सेवा करने का मार्ग सूफ़ी सांतो
ने ही दिखाया है |


जावेद अर्शी

३१, श्याम नगर, माणिक बाग रोड,
इंदौर (म.प्र.)

दरबार लगा हुआ हैं हर मज़हब के लोग चाहे हिंदू हों, मुस्लिम हों, सिख हों या ईसाई हों सभी का तांता लगा हुआ रहता हैं| कुछ लोग परेशान हाल मे या फिर कुछ लोग इज़हारे तशक्कुर के लिए आ गये हैं क्योंकि उनकी मुराद बर आई हैं |

जी हाँ मैं ज़िक्र कर रहा हूँ सूफ़ी हज़रत बाबा साहब की ख़ानकाह का | बाबा साहब से मेरा ताअर्रुफ गाइबाना हैं मगर मैने उनके बारे मैं उनके मुरीदों से बहुत कुछ सुन रखा हैं |

बेलोस खिदमते खल्क का जज़्बा राझने वेल हज़रत बाबा साहब निहायत ही नेक खूं और शरीफ़ इंसान हैं दौर हाज़िर में जहाँ शोब्दे बाज बाबाओं की भरमार हैं बल्कि मैं ये कहूँ की हर बाबा से एक सितम गिर्दा होता हैं तो ग़लत न होगा मगर कुछ लोग जो सच्चे फकीर होते हैं, ऐसी शोब्दबाज़ी से मुबर्रा हैं |

हमारी ख़ुशनसीबी हैं कि सूफ़ी बाबा साहब हमारे दरमियाँ मौजूद हैं | अल्लाह तआला ऐसी बुजुर्ग हस्ती की उम्र दराज़ करे ताकि परेशान हाल और बीमार लोग फ़ेज़याब होते रहें | {(आमीन)}

मैं अदब का एक अदना सा तालीब हूँ और एक तालिबे इल्म की हैसियत से सूफ़ी बाबा साहब को अपने दो टूटे फूटे अशआर बतौर नज़राना पेश कर रा हूँ -

हर इक निगाह को कब रसाई देता
जिसे तलबं हो उसी को दिखाई देता है
हर इक लहाज़ से यकसुई है अर्शी
नज़र वह शीए है के कुछ सुनाई देता हैं ||


सज्जन सिंह वर्मा

सांसद तथा पूर्व नगरीय प्रशासन
एव विकास मंत्री म.प्र. शासन

श्री हज़रत बाबा साहब जिनका स्थान ग्राम सोंगिरी जिला मंदसौर है | मुझे ज्ञात हुआ है की आप सभी समाज के व्यक्तियो का निशुल्क उपचार कररहे है |
आपके कार्यो के स्मरणार्थ एक स्मारिका का प्रकाशन होने जा रहा है | मे प्रकाशित स्मारिका के सफल प्रकाशन के लिए हार्दिक शुभकामनाए प्रेषित करता हूँ |


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